हाईवे या घर पर यह व्यापार खोल लीजिए, पेट्रोल पंप का विकल्प बनेगी, सरकार भी होगी मददगार .

हाईवे या घर पर यह व्यापार खोल लीजिए, पेट्रोल पंप का विकल्प बनेगी, सरकार भी होगी मददगार .

भारत : आप अपने लिए कोई हाईवे या घर पर यह व्यापार खोल लीजिए, पेट्रोल पंप का विकल्प बनेगी, सरकार भी होगी मददगार .अगर आप भी नए स्टार्टप शुरू कर रहे हैं तो आपको सरकार की गतिविधियां और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी जुटाना चाहिए। आज ही एक ऐसा समाचार प्राप्त हुआ है, जिसमें सरकार के फ्यूचर प्लान के बारे में पता चलता है। आपके शहर के बाहर हाईवे पर एक दुकान खोलना है। सरकार कुछ ऐसा करने जा रही है कि ग्राहक अपने आप आपके पास आने लगेंगे।

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया है कि, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी लाने वाली है। भारत देश में बड़े पैमाने पर बैटरी स्वैपिंग स्टेशन खोले जाएंगे। आपको इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर देनी है। इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के लिए बैटरी निर्माता कंपनियों से संपर्क कीजिए। उन्हें अपनी रुचि के बारे में बताइए। जो व्यक्ति भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वाहनों में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली बैटरी की निर्माता कंपनी से डील फाइनल कर लेगा। आने वाले सालों में उसका मुनाफा लगातार बढ़ता चला जाएगा।

बैटरी स्वैपिंग स्टेशन, निकट भविष्य में पेट्रोल पंप की तरह कारोबार करेंगे। लोग अपने इलेक्ट्रॉनिक वाहन लेकर आएंगे और बैटरी स्वाइप करवा कर चले जाएंगे। आपको केवल इतना करना है कि, अभी से हाईवे पर कोई प्राइम लोकेशन पर अपनी दुकान तैयार करवानी है और सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली बैटरी की निर्माता कंपनी से डील फाइनल कर लेनी है। आप सरकार की पॉलिसी लांच होने के पहले भी बैटरी स्वॅपिंग स्टेशन शुरू कर सकते हैं।

ग्रेजुएट अथवा पोस्ट ग्रेजुएट युवा लड़के लड़कियों के लिए यह एक शानदार उद्यमिता अवसर है। आपकी शैक्षणिक योग्यता कुछ भी हो, इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि बैटरी स्वैपिंग स्टेशन में आपको केवल मैनेजमेंट देखना है। बाकी सारा काम पेट्रोल पंप की तरह, आपका स्टाफ करता रहेगा।

एक घरेलू हाउसवाइफ इस बिजनेस को बड़े आसानी से संभाल सकती हैं। आपको केवल अपनी मुख्य कुर्सी संभालती है, और प्राप्त होने वाली धनराशि का हिसाब किताब रखता है। कर्मचारियों की अटेंडेंस, उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करनी है और अपने स्टेशन का मेंटेनेंस करना है। यह इतना आसान है कि कोई भी कर सकता है।

सेवानिवृत कर्मचारियों के लिए इस बिजनेस में इन्वेस्टमेंट करना काफी फायदेमंद है। 60 साल की उम्र के बाद कोई भी व्यक्ति ज्यादा शारीरिक परिश्रम नहीं कर सकता परंतु एक स्थान पर बैठकर पूरे स्टेशन को कंट्रोल करना रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए उनका पसंदीदा काम हो सकता है। संभव है आपने अपनी नौकरी के दौरान भी यही किया होगा।

 इस बिजनेस में कितना मुनाफा होगा, इसका निर्धारण तो बैटरी बनाने वाली कंपनी पर निर्भर करता है परंतु यह पक्का है कि पेट्रोल पंप की तुलना में थोड़ा ज्यादा ही होगा। पेट्रोल पंप संचालक को 1 लीटर पेट्रोल पर लगभग ₹1 और 1 लीटर डीजल पर लगभग 50 पैसा कमीशन मिलता है। लोग अपनी सुविधा के अनुसार पेट्रोल डीजल भरवाते हैं लेकिन बैटरी स्वैपिंग का मतलब है एक बार में फुल टैंक, इससे कम नहीं। 

Popular posts from this blog

विस्तार विस्तार समाचार ने अपना विशेषांक "मार्केट ऑनलाइन ग्रोथ" बाजार में उतारा.

When the IIT Bombay graduate was hired, his salary was around Rs 8 crore apart from the restricted stock units valued at around Rs 94 crore.